ब्रह्मांड और उनके रहस्य
ब्रह्मांड की उत्पत्ति बिग बैंग के सिद्धांत पर हुई है| कहां जाता है ब्रह्मांड की उत्पत्ति करोड़ों लाख साल पहले हुई है| जब ब्रह्मांड की उत्पत्ति हो रही थी, तो उस समय ब्रह्मांड में कुछ भी नहीं था| धीरे-धीरे गैस और द्रव्य पदार्थ का मिलाप होने लगा, जिसने सबसे ज्यादा द्रव्य पदार्थ को अपने आप में समाया को सबसे बड़ा ग्रह बना|
ब्रह्मांड को बने जितना साल बीत चुका है उतना ही उसके अंदर रहस्य छिपे हुए हैं कहा जाता है कि ब्रह्मांड में अनेकों अलग-अलग गैलेक्सी हैं हम जिस गैलेक्सी में रहते हैं उससे मिल्की वे गैलेक्सी करते हैं
ब्रह्मांड में इतने गहरे रहस्य छिपे हैं कि हम अभी से ढूंढना शुरू करें तो हम हमारी सारी उम्र बीत जाएगी उसके बाद भी रहस्य नहीं खत्म होगा| ब्रह्मांड का कोई अंत नहीं है| वह अनंत है ना आज तक उसका कोई उसका प्रारंभ ना कोई उसका अंत पता लगा पाया है|
ब्रह्मांड में कहा जाता है कि कई सारे "ब्लैक होल" है, जो अपने समीप किसी भी वस्तु को खींच सकते हैं| कुछ ब्लैक होल इतने विशाल होते हैं कि वह एक ग्राहक को अपने अंदर खींचने की क्षमता रखते हैं| यह भी कहा जाता है कि ब्रह्मांड में "टाइम टनल" है, जो एक समय को दूसरे समय से जोड़ देता है| यदि हम टाइम टनल में फंस जाएंगे तो वहां का समय अलग चलता है| वहां का समय यहां के मुकाबले कई गुना धीरे चलता है, यदि हम वहां पर 7 मिनट रुके तो पृथ्वी का 7 साल बीत जाता है| कई टाइम टनल में तो बहुत धीरे समय चलता है|
हमारे सौरमंडल में ही आठ ग्रह है और कितने छोटे छोटे उपग्रह है| कुछ ग्रह सौरमंडल में इतने गरम है कि वहां का तापमान 209 डिग्री सेल्सियस रहता है और कुछ ग्रह ऐसे हैं, जो सिर्फ पानी ही से बने है|
ब्रह्मांड का कोई अंत नहीं है, हम जितना उसके बारे में जानते जाएंगे उतना ही कम है| ब्रह्मांड रहस्य का सागर है, हम अभी तक उसका सिर्फ एक बूंद पानी ही ना पाए हैं|
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